Friday, May 24, 2013

सांझ से पहल्या मुछ्यां क मरोङी मार गली के कुत्ते फाङ ले

काफी दिनों से कोई पोस्ट नही् लिख पाया इसके लिए माफी चाहुंगा, क्योकि सावों की सिजन चल रही थी विवाह  हो रहे थे तो हमारी भी पेट गुजारी चल रही थी इन दिनो जहां कही भी बुकिंग पर जाते वहीं दो चार इस समय के फेवरेट गाने डी. जे. पर सुनाई दे रहे थे लोग उन पर थिरक रहे थे  गाने मुझे भी अच्छे लगे सोचा आपको भी वो गाने दिखाते हुए सुना दूं तो सुनिए ये दो गाने और बताईए आपको कैसे लगे  




आपके पढ़ने लायक यहां भी है।

ये कैसा मेरे देश का दुर्भाग्य ?? 18 या 16 ??

सभी देसवासियों को वेलेन्टाईन डे की बधाईयां

किसानों की उम्मीद, फसलें लहलाई,मालीगांव,

  विदेशी सैलानियो के संग मकर संक्रांति की मस्ती,बगड़

लक्ष्य

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