सभी देश वासियों, दोस्तों,ब्लॉग जगत के सभी पाठकों ,ब्लॉग मालिको को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
क्या हम आज वास्तव में स्वतंत्र है यह प्रश्न जहन में हर वक्त उठता रहाता हैं ???
मुझे तो नहीं लगता और आपको ???
सब कोई अपनी रोटी सेकने में लगा है चाहे कांग्रेस हो या बीजेपी या कोई अन्य। दल मुझै ऐसा लगता है। ये देश स्वतंत्र है सिर्फ सरकार तक के लिये!! और तो और अब बेचारी जनता को दो नई पार्टियो के झमले में और पड़ना पडेगा वो है अन्ना जी की पार्टी और बाबा रामदेव की पार्टी,अब तक बेचारी जनता दो पार्टियों के बीच पिसती रही थी कोग्रेस और बीजेपी अब लगता है चार पार्टियों के बीच पिसी जावेगी। अन्ना हजारे जी ने जब अपनी पाटी बनाने की घोषणा कर दी शायद बाबा रामदेव को लगा कि वो पिछे रह गये पार्टी बनाने में सो उनहोने भी सहारा लियो अनशन का और अनशन में वो ही सोची समझी वाणी घोषणा कर दी अपनी पाटी बनाने की शायद उन्हे लगता है कि पार्टी बनाना बच्चों का खेल है पार्टी बनाने में लगने वाला व्यय भी बेचारी गरीब जनता हो ही वहन करना पड़ता है।तो आप ही बतायें गांधी जी ने अनशन क्या सिखाया आमजन अनशन पर बैठने लगेगा तो कया होगा मेरे भारत देश का ?

सोनू की जिद और नाहरगढ़ दर्शन,जयपुर
क्या हम आज वास्तव में स्वतंत्र है यह प्रश्न जहन में हर वक्त उठता रहाता हैं ???
मुझे तो नहीं लगता और आपको ???
सब कोई अपनी रोटी सेकने में लगा है चाहे कांग्रेस हो या बीजेपी या कोई अन्य। दल मुझै ऐसा लगता है। ये देश स्वतंत्र है सिर्फ सरकार तक के लिये!! और तो और अब बेचारी जनता को दो नई पार्टियो के झमले में और पड़ना पडेगा वो है अन्ना जी की पार्टी और बाबा रामदेव की पार्टी,अब तक बेचारी जनता दो पार्टियों के बीच पिसती रही थी कोग्रेस और बीजेपी अब लगता है चार पार्टियों के बीच पिसी जावेगी। अन्ना हजारे जी ने जब अपनी पाटी बनाने की घोषणा कर दी शायद बाबा रामदेव को लगा कि वो पिछे रह गये पार्टी बनाने में सो उनहोने भी सहारा लियो अनशन का और अनशन में वो ही सोची समझी वाणी घोषणा कर दी अपनी पाटी बनाने की शायद उन्हे लगता है कि पार्टी बनाना बच्चों का खेल है पार्टी बनाने में लगने वाला व्यय भी बेचारी गरीब जनता हो ही वहन करना पड़ता है।तो आप ही बतायें गांधी जी ने अनशन क्या सिखाया आमजन अनशन पर बैठने लगेगा तो कया होगा मेरे भारत देश का ?
अब आप ही सोच विचार कर बताये क्या अपना देश भारत क्या वास्तव में स्वतंत्र है?
अभी तक जो बनी भी नहीं हैं क्या वो नई पार्टिया बहुमत जुटाकर सरकार बना पायेगी और क्या देश के हालात को सुधार पायेगी ? इसी प्रश्न के साथ ......
आपके पढ़ने लायक यहां भी है।

स्वतंत्रता दिवस की बधाई। हम स्वतंत्र हैं।
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