ब्लॉग जगत के सभी पाठको,देशवासियों, ब्लॉगर मालिको व सभी दोस्तों के परिवार जनों को मेरी तरफ से रंगों के त्यौहार होली की हार्दिक शुभकामनाए
होली फाल्गुन माह में आती है औैर ये महिना मद मस्त रहने वाला महिना माना जाता है। चारों तरफ ढ़प चंग की के साथ धमाल सुनाई देते है।
पर इस वर्ष बीजेेपी ने जो ढ़प और चंग यूपी में बजाया है उसकी तरंग लहर चारों और दिखाई दे रही है।
सबसे पहलेे यूपी सहित सभी 5 राज्यों के चुनावों में विजयी रहे प्रत्यासियों को हार्दिक बधाईयां और परातिज हुए उम्मीदवारों को सांत्वना ...
वैसे तोे इस साल की होली खेलने का सही मजा तोे उत्तर प्रदेश में है। जहांं साईकिल और हाथी त्रस्त हो गये और किचड़ का कमल मस्त हो गया है।
होली से एक दिन पूर्व आये चैकाने वाले नतिजो ने वहां का माहोल रंगों से भरपुर कर दिया है।
और वहां ही नहीं पांचों राज्यों के चुनाव नतिजो ने ही चाौकाने वाला प्रदर्शन किया है।
पर यूपी मे अपने आप में एक इतिहास दौराने वाला कार्य हुआ है।
पर मुझे लगता है किसी भी राज्य की सरकार चलाने के लिए एक मजबूत विपक्ष का होना अनिवार्य है नहींं तोे अराजकता और निरंकुशता का भय बना रहता हे। ये यूपी के लिए अच्छा नहीं लग रहा है।
इसके जिम्मेवार खुद अखिलेश है या मुलायम या राहुल ये तो आप विद्वान लोग ही बता सकते है।
पर ये बात सही है हाथी सोतेे रहा और साईकिल हाथ ने जकड ली और कमल खिल गया
पर आज यूपी का माहौल बहुत ही रंगमय है। और होना भी चाहिए ये सब को अचम्भित करने वाले नतिजे जो आये है।
आज के लिए बस इतना ही फिर मिलते है। कुछ नये अंदाज के साथ एक फिर से होेली पर्व की शुभकामनाएं
होली फाल्गुन माह में आती है औैर ये महिना मद मस्त रहने वाला महिना माना जाता है। चारों तरफ ढ़प चंग की के साथ धमाल सुनाई देते है।
पर इस वर्ष बीजेेपी ने जो ढ़प और चंग यूपी में बजाया है उसकी तरंग लहर चारों और दिखाई दे रही है।
सबसे पहलेे यूपी सहित सभी 5 राज्यों के चुनावों में विजयी रहे प्रत्यासियों को हार्दिक बधाईयां और परातिज हुए उम्मीदवारों को सांत्वना ...
वैसे तोे इस साल की होली खेलने का सही मजा तोे उत्तर प्रदेश में है। जहांं साईकिल और हाथी त्रस्त हो गये और किचड़ का कमल मस्त हो गया है।
होली से एक दिन पूर्व आये चैकाने वाले नतिजो ने वहां का माहोल रंगों से भरपुर कर दिया है।
और वहां ही नहीं पांचों राज्यों के चुनाव नतिजो ने ही चाौकाने वाला प्रदर्शन किया है।
पर यूपी मे अपने आप में एक इतिहास दौराने वाला कार्य हुआ है।
पर मुझे लगता है किसी भी राज्य की सरकार चलाने के लिए एक मजबूत विपक्ष का होना अनिवार्य है नहींं तोे अराजकता और निरंकुशता का भय बना रहता हे। ये यूपी के लिए अच्छा नहीं लग रहा है।
इसके जिम्मेवार खुद अखिलेश है या मुलायम या राहुल ये तो आप विद्वान लोग ही बता सकते है।
पर ये बात सही है हाथी सोतेे रहा और साईकिल हाथ ने जकड ली और कमल खिल गया
पर आज यूपी का माहौल बहुत ही रंगमय है। और होना भी चाहिए ये सब को अचम्भित करने वाले नतिजे जो आये है।
आज के लिए बस इतना ही फिर मिलते है। कुछ नये अंदाज के साथ एक फिर से होेली पर्व की शुभकामनाएं
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