गढ़ का रास्ता |
मैने कहा लेट हो जायेगी लेकिन उसने कहा रायसर दोपहर तक खुलता हैं तब गढ़ देखने की मेरी भी इच्छा जाग उठी मैं भी राजी हो गय हम नाहरगढ़ की तरफ चल पडे काफी लम्बी चढ़ाई हम मोज मस्ती के साथ चढ़ते गये और आनन्द लेते गये पर मुझे क्या पता था ये मौज मस्ती उतरते समय नानी याद दिलायेगी अन्ततः हम उपर पहुच गये रास्ते में झाड़ झखड़ से होते हुए हम उपर पहुचे और वहां पर सबसे पहले बावड़ी के दर्शन किय वहां का दृश्य बहु ही मनोहरम था फिर वहां से पुरे जयपुर को देखा सारा जयपुर बहुत ही सुन्दर लग रहा था वास्तव में वहा का वातावरण जयपुर की कोलाहल से दूर शान्त था वहां जाकर मन को शान्ति मिलती हैं हमने वहा पहुचकर बहुत आनन्द उठाया बस एक कमी नजर आयी वहां पर जे डी ए द्वारा कोई सुविधा नहीं बना रखी हैं ना कोई अच्छी तरह का रख रखाव है ना पिने के पानी की व्यवस्था हैं
कुल मिलाकर वहां रख रखाव का अभाव सा लगा और लगा कि यह पर्यटक स्थल अपनी सुन्दरता और महत्ता खोता जा रहा हैं वहां की दिवारो पर गंदे गंदे श्लोक लिखे हैं अभद्र शब्द लिखे हैं लेकिन वहा कौन ध्यान दे ये तो पब्लिक प्लेस हैं वहां उपर ऐक होटल है वहा पर बहुत ही मंहगा सामान मिलता हैं
मन मोहक और दर्शको को लुभाने वाली बावड़ी |
बावडी में पानी आने का लम्बा नाला |
मेरा भानजा सोनू |
हालांकी मैं अपना कैमरा साथ नहीं ले गया था पर सोनू के पास मोबाईल था उससे ही हमने ये फोटों खिचे है।
किले की दिवार में बने झरोखों से बाहार का दृश्य बहुत ही मन मोहक दिखाई देता हैं किले के चारो तरफ की पहाड़ी पथरीली जमीन के बीच में बने दो छोटो टोटे टिले की बालू मिट्टी बहुत ही सुन्दर सुनहरी लगती हैं जहा बच्चे अक्सर खेलते रहते हैं बालू मिट्टी के बने टिल्लों पर बने धोरे बहुत ही मन मोहक लगते हैं
पथरीली जमीन के बिच बने दो बालू मिट्टी के टिल्ले |
पथरीली जमीन के बिच बने दो बालू मिट्टी के टिल्ले |
मेरा भानजा सोनू |
गढ़ में बने एक ही आकृति के पांच महल |
मन मोहक और दर्शको को लुभाने वाली बावड़ी |
महल की सुन्दर चित्रकारी |
आपके पढ़ने लायक यहां भी है।
bahut hi khoobsurat safarnama..
ReplyDeletesach nayee jagah par jaakar dekhne-samjhne ka alag hi aanand hai...naya anubhav milta hai ..hardin ki ek hi tarah ke routeen se hatkar dekhne ki baat hi nirali hai..
sundar prastuti hetu dhanyavad
अधुरी जानकारी है यार, राजा नाहर सिंह के नौ रानियां थी तथा सभी के लिए नौ एक जैसे कमरे बना रखे हैं महल में। सभी नौ रानियों के नाम साथ "प्रकाश" प्रयोग किया गया है। उनके कमरों में ठंडी हवा आने के लिए पुराने जमाने के कूलर लगे हुए हैं और भी बहुत कुछ है वहाँ देखने के लायक
ReplyDeleteबाकी बातें बाद में………………वैसे चित्र बढिया हैं।
aapke tour ki photo dekhkar and story padhkar easa laga mano hum ghar baite - baithe he nahargrah k darshan k liye....good collection bhai shabh ....thanks.....ye sony vahi hai jo shyad pahle apne gaon may he padtha tha.....
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