मालीगांव Maligaon
चुली की फ़सल के नाल तोड़ते हुए
क्या आप जानते है चुली की फसल में पैदावर ज्यादा कैसे बधाई जा सकती है ?? वो भी देशी नुख्से से!!!
चुली की फसल सबसे कम समय मे पक कर तैयार हो जाती है इसके पकने के समय 50 से 60 दिनों का माना जाता है इसे न ज्यादा बरसात प्रभावित करती है न कम ये औसतन बारिश में भी अच्छी पैदावार देती है बस किसान को इसे बोन के बाद थोड़ा ध्यान देन होता है जब इस (चुली) फसल का पौधा अपने यौवन काल मे जब अपने नाल (लताये) फैलाने लगता है तो उसे ऊपर से तोड़ दिया जाना चाहये ताकि इसमे फल फलिया अच्छी आ सके। और पैदावार भी अच्छी हो।
इसी के चलते मै भी अपने खेत मे बोई गई चुली की फ़सल के नाल तोड़ने का काम आज कर रहा हु ताकि पैदावार बढ़ सके।
धन्यवाद
जय किसान
जय भारत
चुली की फ़सल के नाल तोड़ते हुए
क्या आप जानते है चुली की फसल में पैदावर ज्यादा कैसे बधाई जा सकती है ?? वो भी देशी नुख्से से!!!
चुली की फसल सबसे कम समय मे पक कर तैयार हो जाती है इसके पकने के समय 50 से 60 दिनों का माना जाता है इसे न ज्यादा बरसात प्रभावित करती है न कम ये औसतन बारिश में भी अच्छी पैदावार देती है बस किसान को इसे बोन के बाद थोड़ा ध्यान देन होता है जब इस (चुली) फसल का पौधा अपने यौवन काल मे जब अपने नाल (लताये) फैलाने लगता है तो उसे ऊपर से तोड़ दिया जाना चाहये ताकि इसमे फल फलिया अच्छी आ सके। और पैदावार भी अच्छी हो।
इसी के चलते मै भी अपने खेत मे बोई गई चुली की फ़सल के नाल तोड़ने का काम आज कर रहा हु ताकि पैदावार बढ़ सके।
धन्यवाद
जय किसान
जय भारत
अगर ये नाल नही तोड़ेंगे तो ये आपस मे एक दूसरे के लिपट जायेगे ओर आपस मे गुत्था गुत्थी हो जायेगे ओर राजस्थनी भाषा मे गरफ़ान चढ़ जायेगे ओर फल (फलिया)कम लगेगी। ओर लावणी भी कठनाई से होगी।
चुली की फ़सल के नाल तोड़ते हुए विडियो
By :-
Surendra Singh Bhamboo सुरेन्द्र सिंह भाम्बू
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