सबसे पहले सभी देशवासियों, पाठकों को नव रात्री पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं ।
"सदा भवानी दाहिनी सन्नमुख रहत गणेश, पांच देव रक्षा करें बह्मा, विष्णु, महेश"
आप सबको मालुम है नवराता नौ दिन तक चलता हैं और इन नौ दिनों में माता के अलग अलग नौ रूपों की पूजा की जाती हैं जिसकी पोस्ट मै। पहले लिख चुका हुं। इन नौ दिनों में सभी माता भक्तों के मुंह पर माता के जयकारे रहते हैं और मन्दिरों के अलावा घर घर में माताएं बहने सभी नवरात्रा घट स्थापना करते हैं और नौ दिनों तक माता की पूजा अर्चना करते हैं तथा व्रत रखकर माता से मन मांगा वर पाते हैं
हर वर्ष की भातिं इस वर्ष भी बगड़ नगर में
माता भवानी के दरबार सजाये गयें है। वैसे तो लगभग हर घर में माता की घट स्थापना हो रही हैं लेकिन मुख्य रूप से बगड़ में अब की बार दो के स्थान पर तीन जगह मन्दिरों में माता के दरबार सजाये गये है। दो पहले हर वर्ष सजाये जाते रहे हैं 1 तो बगड़ के पुराने दुर्गा मन्दिर दुसरे फतेहसागर तालाब के पास और इस बार तीसरी जगह खटीक समाज द्वारा बागवाला हनुमान मन्दिर बगड़ परिसर में माता का दरबार सजाय गया हैं आज सुबह से ही बगड़ शहर माता के जयकारों से गुंज रहा हैं क्योकि एक तो माहोल ही ऐसा है दुसरा तीनों दरबारों के लिए अलग अलग घट स्थापना से पहले कलश यात्रा जो निकाली जा रही हैं
कलश यात्रा भव्य रैली में बगड़ की माताएं बहने अपने सर पर रंगोली से सुसज्जित कलश रखकर बगड़ की गलियों में चक्कर लगाकर माता के भजनों पर डीजे के साथ नाचते गाते घट स्थापना कर दरबार सजानें में चार चांद लगा रही हैं सर पर कलश रखे हुये एक झुण्ड में चलना बहुत ही सुन्दर दृश्य लग रहा था।
तीनों मन्दिरों मे पुरे शहर के चारों तरफ कलश यात्रा भव्य रैली के साथ चक्कर लगाते हुए मूर्ति घट स्थापना की गई है। और यहां नौ दिन तक पूजा अर्चना के साथ साथ रात्रि में भजन सध्या भी आयोतिज करवाई जायेगी
अब बात करते है फतेह सागर तालाब पर स्थापित मूर्ति स्थापना की वहां का दरबार सब जगह से अच्छा सजाया गया हैं और वहां पर आरती में श्रृद्धालुओं की संख्या भी ज्यादा आती है।
इस बार वहां मूर्ति में भी फेर बदल किया गया है माता की मूर्ति नृत्य की मुद्रा में खड़े शिवजी महाराज के के आगे शेर पर बैठी हैं दरबार का दृश्य बहुत ही मनोरम लग रहा
यहां शाम को हुई आरती में हर वर्ष से ज्यादा भक्त गण पधारे और वहां पर हुई पूजा अर्चना का सारा माजरा लाईव केबल पर दिखाया जा रहा है जिसकी रिकोर्डिग मै ही कर रहा हूं।
बस आज के लिए इतना ही मिलते है कल माता के दरबार की नई फोटो के साथ तब तक के लिए इजाज़त
"सदा भवानी दाहिनी सन्नमुख रहत गणेश, पांच देव रक्षा करें बह्मा, विष्णु, महेश"
आप सबको मालुम है नवराता नौ दिन तक चलता हैं और इन नौ दिनों में माता के अलग अलग नौ रूपों की पूजा की जाती हैं जिसकी पोस्ट मै। पहले लिख चुका हुं। इन नौ दिनों में सभी माता भक्तों के मुंह पर माता के जयकारे रहते हैं और मन्दिरों के अलावा घर घर में माताएं बहने सभी नवरात्रा घट स्थापना करते हैं और नौ दिनों तक माता की पूजा अर्चना करते हैं तथा व्रत रखकर माता से मन मांगा वर पाते हैं
हर वर्ष की भातिं इस वर्ष भी बगड़ नगर में
माता भवानी के दरबार सजाये गयें है। वैसे तो लगभग हर घर में माता की घट स्थापना हो रही हैं लेकिन मुख्य रूप से बगड़ में अब की बार दो के स्थान पर तीन जगह मन्दिरों में माता के दरबार सजाये गये है। दो पहले हर वर्ष सजाये जाते रहे हैं 1 तो बगड़ के पुराने दुर्गा मन्दिर दुसरे फतेहसागर तालाब के पास और इस बार तीसरी जगह खटीक समाज द्वारा बागवाला हनुमान मन्दिर बगड़ परिसर में माता का दरबार सजाय गया हैं आज सुबह से ही बगड़ शहर माता के जयकारों से गुंज रहा हैं क्योकि एक तो माहोल ही ऐसा है दुसरा तीनों दरबारों के लिए अलग अलग घट स्थापना से पहले कलश यात्रा जो निकाली जा रही हैं
कलश यात्रा भव्य रैली में बगड़ की माताएं बहने अपने सर पर रंगोली से सुसज्जित कलश रखकर बगड़ की गलियों में चक्कर लगाकर माता के भजनों पर डीजे के साथ नाचते गाते घट स्थापना कर दरबार सजानें में चार चांद लगा रही हैं सर पर कलश रखे हुये एक झुण्ड में चलना बहुत ही सुन्दर दृश्य लग रहा था।
तीनों मन्दिरों मे पुरे शहर के चारों तरफ कलश यात्रा भव्य रैली के साथ चक्कर लगाते हुए मूर्ति घट स्थापना की गई है। और यहां नौ दिन तक पूजा अर्चना के साथ साथ रात्रि में भजन सध्या भी आयोतिज करवाई जायेगी
अब बात करते है फतेह सागर तालाब पर स्थापित मूर्ति स्थापना की वहां का दरबार सब जगह से अच्छा सजाया गया हैं और वहां पर आरती में श्रृद्धालुओं की संख्या भी ज्यादा आती है।
इस बार वहां मूर्ति में भी फेर बदल किया गया है माता की मूर्ति नृत्य की मुद्रा में खड़े शिवजी महाराज के के आगे शेर पर बैठी हैं दरबार का दृश्य बहुत ही मनोरम लग रहा
यहां शाम को हुई आरती में हर वर्ष से ज्यादा भक्त गण पधारे और वहां पर हुई पूजा अर्चना का सारा माजरा लाईव केबल पर दिखाया जा रहा है जिसकी रिकोर्डिग मै ही कर रहा हूं।
बस आज के लिए इतना ही मिलते है कल माता के दरबार की नई फोटो के साथ तब तक के लिए इजाज़त
आपके पढ़ने लायक यहां भी है।
No comments:
Post a Comment
आपके द्वारा दी गई टिप्पणी हमें लिखने का होसला दिलाती है।