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Tuesday, October 19, 2010

बगड़ की रामलीला का रंगमंच और चलचित्र

पिछली पोस्ट के वादे के मुताबिक आपके सामने पेश हैं बगड़ रामलीला मंचन (अभिनय)  का सजीव चित्रण
यहा पर पहली क्लिप में बगड़ रामलीला की आरती का दृश्य है। और दुसरी क्लिप में रावण विभीषण संवाद आप इस संवाद में रावण की गम्भीर भाव और कलायुक्त  आवाज सुनकर अंदाज लगा सकते है। इनके जैसे ही कलाकार 20 -25 वर्ष पहले यहाँ इस  मण्डल में हुआ करते थे तब यह कितनी रामलीला प्रसिद्ध रही होगी। 

नीचे वाली क्लिप में आपको वो देखने और सुनने को मिलेगा जो दबंग आवाज आप रामायण सीरियल में रावण बने पात्र श्रीमान अरविन्द त्रिवेदी जी से सुनते थे उनसे किसी भी प्रकार कम नहीं कही जा सकती अगर वैसे ही मशीनरी उपकरण द्वारा इनकी आवाज रिकॉर्ड की जाये तो ये श्री शिव भगवान जी शर्मा उनसे किसी भी प्रकार अभिनय और कला में शायद कम नहीं रहेंगे। इनका अभिनय वास्तव में दांतों तले अंगुली दबाने वाला ही चरितार्थ होता है।
श्री शिवभगवान जी शर्मा के अभिनय से जो  रामायण सीरियल में रावण बने श्रीमान अरविन्द त्रिवेदी  जी से अदाकारी में कही कम नहीं नजर आ रहे है।ये उनका 30 वर्ष का तर्जुबा जो लोगों को आज भी उनका अभिनय देखने के लिए खिंच लाता है। इस मंच की और
बाकि आप सुनकर अंदाज लगा सकते है।

 

तीसरी इस क्लिप को सुनकर आप जान जायेगें कि मैं मेरी पहली पोस्ट में क्यों कह रहा था कि अब वो बात नहीं रही


बगड़ के निकट रेखावाली ढ़ाणी में हो रही रामलीला का एक छोटा सा परिदृश्य
 
इन नन्हें कलाकारों की कला को हम तो नमन करते है।
इनका अभिनय तो बगड़ की जनता को अपनी तरफ खिचने के लिए बहुत ही अच्छा है। 
बाकि ज्यादा न लिखकर मैं आपको यह विडियों ही दिखलाउ तो अच्छा रहेंगा क्योंकि विडियों देखकर आपका मन पढ़ने को नही करेगा।

आपके पढ़ने लायक यहां भी है।

दिन दिन गिरता जा रहा शिक्षा का स्तर

जय मां नवदुर्गा सारा जग तेरे सहारे,तुझे मां मां प...

साया :- जय मां पहाड़ा वाली जय मां शेरा वाली कर दे कोई चमत्कार,सारा जग माने तेरा उपकार

मेरी शेखावाटी - : शेखावाटी से जुड़े हुए हिन्दी ब्लोगर (परिचय )

साया
लक्ष्य


4 comments:

  1. सुरेन्द्र जी ...मन में श्रधा युक्त भावनाओं एवं एवं यादों का मनभावन इन्द्रधनुष खिल उठा ...कितनी यादें हैं मेरी रामलीला से जुडी हुई ..कहाँ खोती जा रही हमारी सांस्कृतिक पहचान ...?? कितना दुखद है की हम रामलीलाओं को भी टी वी पर देखने से ही संतोष कर रहे हैं...सहभागिता एवं श्रधा ...भौतिकवाद में गुम होती जा रही है.... साझित करने हेतु कोटि कोटि नमन....
    सादर स्नेह !!!

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  2. बहुत बढिया-लेकिन वीडियो रुक कर चल रहा है।

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  3. बहुत बढ़िया दृश्य दिखाये है | जय श्री राम |

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