कई दिनों से किसान उम्मीद लगाये बैठे थे कि कब कोहरा आये और फ़सलो की जान में जान आये क्योकि ये फ़सल कोहरे और ठंड से ही अच्छी गुणवत्ता वाली पक पाती है आज किसानो की उम्मीद को चार चाँद लग गए जब आज छाया घना कोहरा । ये आपको मालूम है किसान के लिए उसकी फसल उसका माँ बाप ओलाद सब कुछ होती है। आज कोहरे की विजिबिलिटी रही 5 फिट आस पस की चीजे भी नहीं दे रही थी दिखाई सूरज भी दिख रहा था छोटे बल्ब की तरह।
कोहरे के आने से फ़सलो को मिली राहत अब गेहू,जो,सरसों की फसल में आएगी जान (करेगी घी का सा काम)
कोहरे के आने से फ़सलो को मिली राहत अब गेहू,जो,सरसों की फसल में आएगी जान (करेगी घी का सा काम)
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